Uttar Pradesh के सरकारी काम अब ज्यादा तेजी से ऑनलाइन पूरे होते हैं, और इन्हीं डिजिटल सेवाओं में एक जरूरी दस्तावेज है UP Self Declaration Form. यह फॉर्म eDistrict पोर्टल पर उपलब्ध है और कई तरह की सरकारी सेवाओं में आपकी पहचान, निवास और दावों की पुष्टि करने के लिए मांगा जाता है।
अगर आप UP में रहते हैं और किसी भी सर्टिफिकेट या आवेदन के लिए यह फ़ॉर्म जमा करना चाहते हैं, तो यह गाइड आपके लिए काफी उपयोगी रहेगा।
UP Self Declaration Form क्या है?
सरल भाषा में, Self Declaration Form वह दस्तावेज़ है जिसमें आप खुद यह घोषित करते हैं कि दी गई जानकारी बिल्कुल सही है और आप उस जानकारी के लिए जिम्मेदार हैं।
UP सरकार इसे कई विभागों में इसलिए मांगती है ताकि छोटे-छोटे कार्यों में अतिरिक्त दस्तावेज़ों की ज़रूरत कम हो और प्रक्रिया सरल रहे।
Self Declaration Form क्यों जरूरी है?
आप इसे “सत्यापन का आधार” मान सकते हो। इसके बिना कई आवेदन incomplete माने जाते हैं। यह खासकर इन कामों में उपयोग होता है:
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- किसान पंजीकरण
- छात्रवृत्ति फॉर्म
- वृद्धावस्था, विधवा या दिव्यांग पेंशन
- राशन कार्ड से जुड़ी सेवाएँ
- नौकरी या सरकारी योजना के आवेदन
- परिवार या व्यक्तिगत जानकारी के सत्यापन की जरूरत
सरकार इसे इसीलिए मांगती है क्योंकि applicant खुद लिखकर पुष्टि करता है कि जानकारी सही है और किसी भी गलत दावे की स्थिति में वह जिम्मेदार होगा।
Self Declaration Form UP कहां से डाउनलोड करें?
फॉर्म आधिकारिक UP eDistrict पोर्टल पर उपलब्ध है।
जिस PDF का उपयोग लोग सबसे ज्यादा करते हैं, वह यहीं से आता है।
आधिकारिक PDF यहाँ उपलब्ध है:
edistrict.up.gov.in/eDistrictup/Services/res/selfdeclaration_hindi.pdf
Download
यह फॉर्म हिंदी में है और सभी जिलों में accepted है।
फॉर्म भरने का तरीका (Step-by-Step)
Self Declaration Form भरना मुश्किल नहीं है, पर गलत भरने पर आवेदन reject तक हो सकता है। यहाँ इसे सही तरीके से भरने का छोटा सा, लेकिन सटीक तरीका:
- आवेदक का नाम – पूरा नाम वही लिखें जैसा आधार या पहचान पत्र में है।
- पिता/पति का नाम – सही और आधिकारिक spelling।
- पूरा पता – गांव/मोहल्ला, पोस्ट, थाना, जिला सही लिखें।
- किस बात की घोषणा कर रहे हैं –
जैसे: “मैं यह घोषित करता/करती हूँ कि मेरी पारिवारिक आय xx रुपये है…”
या “मैं निवासी हूँ…”
या “ऊपर दी गई जानकारी सत्य है…” - तारीख व स्थान – उसी दिन की तारीख डालें जिस दिन आवेदन जमा कर रहे हैं।
- हस्ताक्षर – सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा। डिजिटल फॉर्म में भी sign जरूरी है।
अगर किसी सेवा में अतिरिक्त विवरण चाहिए होता है, तो उसके लिए जगह फॉर्म में पहले से बनी होती है।
Self Declaration Form कहाँ जमा करें?
यह फॉर्म सामान्यतः इन जगहों पर जमा होता है:
- CSC / जन सेवा केंद्र
- तहसील / SDM कार्यालय
- ऑनलाइन eDistrict पोर्टल
- स्कूल/कॉलेज (scholarship verification)
- ग्राम पंचायत सचिवालय
- सरकारी योजनाओं के जिला स्तरीय कार्यालय
Self Declaration Form की वैधता
यह फॉर्म तब तक मान्य रहता है जब तक उसमें दी गई जानकारी वैध हो।
उदाहरण:
– निवास बदल गया → पुराना फॉर्म मान्य नहीं।
– आय बढ़ गई → नया फॉर्म भरना पड़ेगा।
क्या Self Declaration Form में गलत जानकारी देने पर कार्रवाई होती है?
- आवेदन तुरंत रद्द हो सकता है
- योजना का लाभ वापस लिया जा सकता है
- कानूनी कार्रवाई भी संभव है (ज्यादातर लोग इसे हल्के में लेते हैं—मत लो)
हाँ। अगर आप गलत जानकारी देते हो, और बाद में यह पता चलता है, तो:
FAQs
Q1. UP Self Declaration Form क्या है?
यह एक घोषणा-पत्र है जिसमें आवेदक अपनी दी गई जानकारी की सत्यता लिखित रूप में पुष्टि करता है। यह अधिकांश सरकारी प्रमाण पत्रों में आवश्यक होता है।
Q2. Self Declaration Form UP कहाँ से डाउनलोड करें?
यह फॉर्म आधिकारिक eDistrict पोर्टल पर उपलब्ध है। लिंक है:edistrict.up.gov.in/eDistrictup/Services/res/selfdeclaration_hindi.pdf
Q3. किन दस्तावेज़ों में Self Declaration Form लगता है?
आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, छात्रवृत्ति, पेंशन योजनाएँ, किसान पंजीकरण आदि।
Q4. क्या Self Declaration Form पर हस्ताक्षर जरूरी हैं?
हाँ, बिना हस्ताक्षर के फॉर्म अमान्य होता है, चाहे ऑनलाइन जमा करें या ऑफलाइन।
Q5. क्या गलत जानकारी देने पर कार्रवाई हो सकती है?
हाँ, आवेदन रद्द होने से लेकर कानूनी कार्रवाई तक हो सकती है। फॉर्म में केवल सत्य जानकारी ही लिखें।
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